अगस्त 2025 में जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के प्रसिद्ध वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर अचानक हुए भूस्खलन ने सबको हिला कर रख दिया। भारी बारिश और पहाड़ी इलाकों में पानी के तेज़ बहाव के चलते मंगलवार दोपहर 3 बजे के करीब यह आपदा आयी, जिसमें अब तक 30 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत, और 13 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। सरकार ने इस घटना को “बिल्कुल त्रासदीपूर्ण” बताया है और राहत व बचाव में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है.
हादसे का विवरण
यह भूस्खलन रियासी जिले के कटरा से अर्धकुमारी की ओर जाने वाले ट्रैक पर ‘इंद्रप्रस्थ भोजनालय’ के पास हुआ, जहां हर रोज़ हजारों यात्री दुर्गम यात्रा करते हैं। भूस्खलन के समय, ट्रैक पर श्रद्धालुओं की भीड़ थी। मलबे में कई लोग दब गए, प्रशासन और बचाव दल ने तुरंत मोर्चा संभाला, और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवानों ने राहत व बचाव के कार्य शुरू किए.
यात्रा फिलहाल अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है। प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल और मेडिकल टीम तैनात की है ताकि घायलों का तुरंत इलाज हो सके।

प्रभावित यात्री और राहत कार्य
राहत-बचाव दल लगातार मलबे से लोगों को बाहर निकालने में जुटा है। हालांकि तेज़ बारिश और सड़कें बंद होने के कारण बचाव कार्य धीमा पड़ रहा है। कुछ घायलों को बेहतर इलाज के लिए जम्मू के सरकारी अस्पताल भेजा गया है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि आपदा के चलते यात्रा स्थगित है, कृपया निर्देशों का पालन करें।
प्रशासन और सरकार की प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों को संवेदना दी। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य को तेज़ करने के निर्देश दिए, हर संभव सहायता पहुँचाने और घायलों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने का वादा किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर “घटना को बेहद दुखद” बताया और बचाव दल को हर संभव संसाधन मुहैया कराने को कहा.
कुछ इलाके में संचार सेवाएं भी बाधित हैं, प्रशासन ने कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि मौसम और प्रशासनिक सलाह का पालन करें तथा फ़ालतू यात्रा से बचें।
क्या है मौजूदा स्थिति?
- यात्रा पूरी तरह स्थगित है।
- राहत व बचाव कार्य जारी हैं।
- कई ट्रैक, सड़कें और रेलवे लाइनें बाधित।
- श्रद्धालुओं से ताजगी व सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील।
Timeline: वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर आपदाओं की संक्षिप्त झलक
- 2007: भारी वर्षा से ट्रैक कुछ घंटे बाधित।
- 2012: पहाड़ी ढलान खिसकने से मामूली चोटें आईं, यात्रा रोकनी पड़ी।
- 2020: कोविड काल के बाद परमिशन के साथ यात्रा शुरू, भीड़ कम।
- 2023: मानसून में कुछ दिनों तक बारिश व भूस्खलन, हल्की चोटें।
- 2025: अगस्त में सबसे भीषण भूस्खलन, मौतें और यात्रा स्थगित।
क्या करें, क्या न करें: यात्रियों के लिए एडवाइजरी
- मौसम खराब हो तो यात्रा न करें।
- प्रशासन की सलाह सुनें, हेल्पलाइन नंबर सेव रखें।
- समूह में रहें और भीड़ वाले रास्तों से बचें।
- भारी बारिश के वक्त ट्रैक पर न जाएं।
- किसी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें।
FAQ Section
1. यात्रा कब तक बंद रहेगी?
अभी प्रशासन ने अगला आदेश आने तक यात्रा स्थगित रखी है। मौसम सुधरने के बाद ही यात्रा बहाल होगी।
2. क्या घायलों को राहत मिल रही है?
जी, सभी घायलों को प्राथमिक चिकित्सा और गंभीर लोगों को बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
3. प्रशासन द्वारा कौन सी सेवाएं दी जा रही हैं?
राहत-बचाव टीमें, कंट्रोल रूम, मेडिकल अस्पताल, मुफ्त भोजन-पानी एवं आवास की व्यवस्था की गई है।
4. श्रद्धालु क्या करें?
मौसम व प्रशासन की सलाह मानें, अफवाहें फैलाने से बचें, और घर/आश्रय स्थल में ही रहें।
5. क्या ऐसे भूस्खलन पहले भी हुए हैं?
हां, मानसून के मौसम में वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन की घटनाएं होती रही हैं, लेकिन इस बार की तीव्रता बेहद गंभीर थी।
- श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB): https://www.maavaishnodevi.org
- जम्मू-कश्मीर डिजास्टर मैनेजमेंट: https://jkdisastermgmt.in
- IMD जम्मू (Weather alerts): https://mausam.imd.gov.in/jammu
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