Team India
भारत और एसीसी प्रमुख का साझा मंच विवाद; अगर Team India एशिया कप जीतती है तो।

भारत और एसीसी प्रमुख का साझा मंच विवाद; अगर Team India एशिया कप जीतती है तो।

भारत–ACC प्रमुख का साझा मंच विवाद: अगर Team India एशिया कप जीते तो?

एशिया कप में “नो‑हैंडशेक” विवाद के बाद अब ट्रॉफी प्रस्तुति मंच को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर Team India फाइनल जीतती है, तो खिलाड़ी एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रमुख मोहसिन नक़वी के साथ एक ही प्रस्तुति मंच शेयर नहीं करेंगे, जबकि परंपरागत रूप से ACC अध्यक्ष ही विजेता को ट्रॉफी सौंपते हैं। इस विषय पर चर्चा इसलिए और संवेदनशील है क्योंकि रेफरी हटाने की पाकिस्तान की मांग को ICC ने मानने से इंकार किया था, जिससे प्रशासनिक तनाव पहले से मौजूद है।

पृष्ठभूमि: हैंडशेक विवाद से मंच विवाद तक

भारत–पाक मैच के दौरान टॉस और मैच के बाद हैंडशेक न होने पर PCB ने मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट पर आपत्ति उठाई और उन्हें हटाने की मांग की, जिसे ICC ने खारिज कर दिया। इसी तनाव में अब ट्रॉफी प्रस्तुति के प्रोटोकॉल पर सवाल खड़े हुए हैं—रिपोर्ट्स का दावा है कि भारतीय खेमे ने ACC प्रमुख के साथ साझा मंच से परहेज़ का निर्णय आंतरिक तौर पर संकेतित किया है।

Team India

प्रस्तुति मंच की परंपरा और संभावित विकल्प

आम तौर पर फाइनल में ACC अध्यक्ष ट्रॉफी सौंपते हैं, जबकि ICC अधिकारियों/आमंत्रित गणमान्य भी मंच पर मौजूद रहते हैं; पर मौजूदा हालात में “डाइस‑शेयरिंग” को लेकर आशंकाएँ बनी हुई हैं। संभावित विकल्पों में अलग‑अलग क्षणों में सम्मान‑समारोह, वैकल्पिक प्रस्तुतकर्ता, या प्रोटोकॉल का मिनिमल वर्ज़न शामिल बताए जा रहे हैं, ताकि टीम और परिषद—दोनों पक्षों की संवेदनशीलताओं का संतुलन रह सके।

टूर्नामेंट प्रशासन और छवि पर असर

रेफरी हटाने की मांग खारिज करके ICC ने प्रक्रिया‑स्वतंत्रता की मिसाल रखी, वहीं ACC के मंच‑प्रोटोकॉल पर विवाद टूर्नामेंट की छवि पर दबाव बढ़ाता है। यदि फाइनल के दिन मंच‑विवाद वास्तविक रूप लेता है, तो यह एशिया कप ब्रांडिंग और “स्पिरिट ऑफ क्रिकेट” पर अनचाहा साया डाल सकता है, भले ही मैच संचालन में कोई बाधा न आए।

आगे क्या: संवाद, प्रोटोकॉल‑ट्यूनिंग और “डे‑ऑफ” फैसले

टूर्नामेंट संचालन से जुड़े सूत्र “डे‑ऑफ” (फाइनल के दिन) प्रोटोकॉल‑ट्यूनिंग को अहम मान रहे हैं—यानी अंतिम क्षणों में ऐसा मध्यम रास्ता निकले जिस पर प्रस्तुति सुचारू रहे और कोई पक्ष सार्वजनिक रूप से अपमानित महसूस न करे। यदि भारत फाइनल तक पहुँचता है और जीतता है, तो समारोह का फॉर्मेट इस पूरे विवाद की अंतिम छाप तय कर सकता है।

Quick Review

  • “लेखक‑विश्लेषण: मंच‑विवाद एशिया कप की छवि पर दबाव बढ़ाता है; व्यवहारिक समाधान वही होगा जो टीम की संवेदनशीलता और परिषद की गरिमा—दोनों को संतुलित करे।”
  • “मुख्य तथ्य: रिपोर्ट्स—भारत जीतने पर ACC प्रमुख के साथ साझा मंच से परहेज़ की योजना; परंपरा के अनुसार ACC अध्यक्ष ट्रॉफी सौंपते हैं।”
  • “क्यों: हैंडशेक विवाद और रेफरी मुद्दे ने प्रशासनिक तनाव बढ़ाया; मंच प्रोटोकॉल नई संवेदनशील कड़ी बन गया।”
  • “कैसे: संभावित वैकल्पिक प्रस्तुतकर्ता/सेरेमनी‑फॉर्मेट; ‘डे‑ऑफ’ ट्यूनिंग से समाधान संभव।”
  • “किस पर असर: फाइनल की प्रस्तुति, एशिया कप ब्रांडिंग, और ‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट’ की सार्वजनिक धारणा।”
  • “अगला कदम: फाइनल‑पूर्व संवाद, प्रोटोकॉल‑क्लैरिटी, और शांति‑पूर्ण समारोह की तैयारी।”

Timeline

2025‑09‑14

भारत–पाक मैच; “नो‑हैंडशेक” विवाद उभरा।

2025‑09‑15

PCB ने रेफरी हटाने की मांग; ICC ने अस्वीकार करने के संकेत दिए।

2025‑09‑16

मंच‑विवाद पर रिपोर्ट्स—भारत की साझा मंच से परहेज़ की संभावित योजना।

2025‑09‑17

संचालन‑स्तर पर संवाद जारी; फाइनल‑डे प्रोटोकॉल ट्यूनिंग की अटकलें।

  • 2025‑09‑14: भारत–पाक मैच; “नो‑हैंडशेक” विवाद उभरा।
  • 2025‑09‑15: PCB ने रेफरी हटाने की मांग; ICC ने अस्वीकार करने के संकेत दिए।
  • 2025‑09‑16: मंच‑विवाद पर रिपोर्ट्स—भारत की साझा मंच से परहेज़ की संभावित योजना।
  • 2025‑09‑17: संचालन‑स्तर पर संवाद जारी; फाइनल‑डे प्रोटोकॉल ट्यूनिंग की अटकलें।

Read also -एशिया कप में पाकिस्तान के मैच रेफरी हटाने की मांग ICC ने खारिज कर दी।

Read also – Apollo Tyres ने 579 करोड़ रुपये बोली लगाकर BCCI टीम इंडिया की जर्सी स्पॉन्सरशिप हासिल की।

FAQ

  • प्रश्न: क्या ACC अध्यक्ष हमेशा ट्रॉफी देते हैं?
    उत्तर: परंपरागत रूप से ACC अध्यक्ष प्रस्तुति में प्रमुख भूमिका निभाते हैं, पर फॉर्मेट आयोजन समिति तय करती है।
  • प्रश्न: क्या ICC रेफरी हटाने की मांग मानता है?
    उत्तर: टूर्नामेंट के बीच ऐसी मांगें सामान्यतः अस्वीकार की जाती हैं; यह केस भी वैसा ही रहा।
  • प्रश्न: अगर भारत जीता तो क्या होगा?
    उत्तर: रिपोर्ट्स के अनुसार, साझा मंच से परहेज़ का विकल्प देखा गया है; अंतिम निर्णय फाइनल‑डे प्रोटोकॉल पर निर्भर करेगा।
  • प्रश्न: क्या इससे मैच पर असर पड़ेगा?
    उत्तर: मैच संचालन पर सीधे असर की उम्मीद कम है; असर ज़्यादातर प्रस्तुति और सार्वजनिक धारणा पर होगा।

Official External Links

Show 1 Comment

1 Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *