GST 2.0

PM मोदी ने GST 2.0 को ‘सेविंग्स फेस्टिवल’ बताते हुए आज 5 बजे राष्ट्र को संबोधित किया।

PM मोदी ने GST 2.0 को ‘सेविंग्स फेस्टिवल’ बताया—अब आसान और सस्ता खरीदारी का दौर

जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम 5 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए GST 2.0 को ‘सेविंग्स फेस्टिवल’ कहा, तो आम जनता के लिए बस यही बात गई कि अब खरीदारी में सच्चे अर्थों में बचत होगी। न कि कोई घूम-फिर कर की सीधी बचत, बल्कि बिल और रसीद में कम टैक्स का असर साफ दिखेगा।

मोदी ने सीधे-सरल भाषा में बताया कि अब रोज़मर्रा की ज़रूरी चीज़ों की टैक्स स्लैब घटकर 5% हो जाएगी। बड़ी वस्तुएं जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और दूसरी महंगी चीजें 18% की स्लैब में रहेंगी। पिछली बार जो 12% और 28% की स्लैब थीं, उन्हें खत्म कर दिया गया है ताकि शासन-प्रशासन सरल हो जाए। इस बदलाव से उपभोक्ता को न सिर्फ आधारभूत चीज़ें सस्ती मिलेंगी बल्कि व्यापारियों के लिए भी काम आसान होगा।

पीएम मोदी ने यह भी बताया कि इनकम टैक्स में 12 लाख रुपये तक की आमदनी पर टैक्स छूट और GST में बदलाव के कारण अगले एक साल में देश की जनता के पास कुल 2.5 लाख करोड़ रुपये बचेंगे। उन्होंने इसे ‘डबल तोहफा’ बताया, जो मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों के लिए बेहद अच्छी खबर है।


GST 2.0 का मतलब क्या है?

सरल भाषा में कहें तो अब GST के दो स्लैब रहेंगे – 5% और 18%। जो सामान पहले मध्यवर्गीय टैक्स स्लैब में आता था, वह अब 5% स्लैब में रहेगा। वहीँ महंगी चीजों और लक्ज़री आइटम का टैक्स 18% होगा। यह बदलाव व्यापार में पारदर्शिता लाएगा, कागजी मेहनत कम करेगा, और पारिवारिक बजट पर सटीक फायदा देगा।

इसका मतलब यह भी हुआ कि दुकानों पर मिलने वाली पुरानी सामान की कीमतों में भी धीरे-धीरे अंतर आएगा क्योंकि नए टैक्स स्लैब के अनुसार बिलिंग और रसीदों में बदलाव होगा। छोटे दुकानदारों और MSME को भी इससे बड़ा आराम मिलेगा, क्योंकि उनके लिए टैक्स भरना और इनपुट क्रेडिट का हिसाब-किताब करना और आसान हो जाएगा।


आपको क्या फायदा होगा?

  • हर परिवार की जेब छूटेगी—ज़रूरी चीजों में टैक्स कम होगा।
  • दुकानों पर कीमतें कम दिखेंगी, दिवाली और नवरात्रि पर खरीदारी आसान होगी।
  • बिजली, गाड़ियों, और महंगी वस्तुओं पर थोड़ा मंहगा टैक्स रहेगा, ताकि सरकार की आमदनी बनी रहे।
  • व्यापारियों को टैक्स की उलझन कम होगी जिससे सामान की असली कीमत जल्द ग्राहक तक पहुंचेगी।
  • छोटे व्यवसायों का compliance आसान होगा, जिससे उनका cashflow बेहतर होगा।

QnA

Q: क्या अब टैक्स स्लैब सच में कम हो रही हैं?


A: हाँ, 12% और 28% स्लैब खत्म हो रही हैं, दो नए स्लैब 5% और 18% शुरू हो रहे हैं।

Q: ये नया स्लैब कब से लागू होगा?


A: 22 सितंबर 2025 से, जो नवरात्रि के पहले दिन है।

Q: क्या मुझे तुरंत कुछ सस्ता मिलेगा?


A: जी हाँ, ज़रूरी घरेलू सामान जैसे दही, सब्ज़ियों के प्रोसेसिंग वाले उत्पादों में जल्द ही दाम कम होंगे।

Q: छोटे व्यापारियों को क्या फायदा होगा?


A: टैक्स इनपुट का हिसाबकिताब आसान होगा, कानून के अनुपालन में आसानी होगी, जिससे उनका व्यावसायिक दबाव कम होगा।

Q: क्या यह टैक्स बचत का त्योहार केवल बड़ी शहरी जनता के लिए है?


A: बिलकुल नहीं, इसका फायदा गांव-शहर पूरे देश के लोगों को होगा।

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