श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने आखिरकार 17 सितंबर 2025 से यात्रा दोबारा शुरू करने की घोषणा कर दी है। यात्रा को भूस्खलन और मौसम संबंधी खतरों के चलते 26 अगस्त को स्थगित किया गया था—इस हादसे में 34 श्रद्धालुओं की मौत और 20 से ज्यादा घायल हो गए थे। कटरा बेस कैंप पर पिछले कई दिनों से सुरक्षा के इंतजामों की समीक्षा और मार्ग मरम्मत चल रही थी। श्राइन बोर्ड ने कहा है कि यात्रा पूरे सुरक्षा इंतजामों व मौसम का अनुकूल रहने पर ही चालू रहेगी।
सुरक्षा सख्ती, नियम और अपडेट्स
श्राइन बोर्ड ने यात्रियों को वैध पहचान पत्र अनिवार्य कर दिया है और रेडियो फ्रीक्वेंसी आधारित ट्रैकिंग सिस्टम लागू किया गया है ताकि हर यात्री की मूवमेंट मॉनिटर हो सके। कटरा में रजिस्ट्रेशन काउंटर फिर से खुल गए हैं, जहाँ सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। बोर्ड ने यात्रियों से अपील की है कि वे हमेशा ऑफिशियल वेबसाइट या सूचना चैनल से ही ताजा अपडेट लें। मानसून की वजह से यात्रा पर विशेष नजर रखी जा रही है—अगर अचानक मौसम बिगड़ा या बारिश तेज़ हुई, तो यात्रा फिर रोकी जा सकती है.

स्थानीय विरोध और पुन: शुरू करने की मांग
अगले दो हफ्तों में कई श्रद्धालु कटरा आधार शिविर पर बार-बार यात्रा चालू करने का अनुरोध लेकर पहुंचे। लगातार प्रयासों के बाद बोर्ड और प्रशासन ने सुरक्षा घेरे और मार्ग मरम्मत की पुष्टि होने पर यात्रा को दौबारा खोलने का निर्णय लिया। बंदी के दौरान स्थानीय व्यवसायों को भी नुकसान हुआ—यात्रा चालू होने से होटल, ट्रांसपोर्ट, गाइडिंग सर्विस व प्रसाद वितरण सेक्टर में राहत देखने को मिली।
लेखक राय
- “वैष्णो देवी यात्रा फिर खुलना सिर्फ ज़रूरी धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हजारों घरों के लिए राहत का प्रतीक है।”
- “सुरक्षा, मौसम और मौसमी आपदा अब तीर्थ यात्रा का अनिवार्य हिस्सा बन गए—अगली बार मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर योजना की ज़रूरत है।”
- “श्रद्धालु केवल ऑफिशियल चैनल से ही अपडेट लें—अफवाह, मायूस होकर सिक्योरिटी तोड़ने की कोई ज़रूरत नहीं।”
Quick Review
- “तीन हफ्तों की बंदी के बाद वैष्णो देवी यात्रा फिर शुरू—17 सितंबर, 2025 से सुरक्षा और मौसम के अनुसार।”
- “26 अगस्त के हादसे में 34 श्रद्धालुओं की मौत, भूस्खलन के चलते यात्रा रोकनी पड़ी।”
- “रजिस्ट्रेशन, ट्रैकिंग और सुरक्षा मजबूत—हर यात्री को वैध पहचान पत्र और सतर्कता जरूरी।”
- “बंदी के दौरान कई बार स्थानीय विरोध, श्राइन बोर्ड ने सुरक्षा-पुष्टि के बाद ही यात्रा चालू की।”
- “स्थानीय व्यवसायों को राहत—होटल, गाइड, ट्रांसपोर्ट सर्विसेज में तेजी।”
- “मौसम बिगड़ने पर यात्रा फिर रोकने की चेतावनी।”
Timeline
- 26 August, 2025: भूस्खलन की घटना; यात्रा तत्काल रोक दी गई।
- 14 September, 2025: बारिश की वजह से पहली बार यात्रा रिस्टार्ट डेट आगे बढ़ाई गई।
- 17 September, 2025: सुरक्षा और मार्ग मरम्मत के बाद यात्रा फिर शुरू; बोर्ड ने ताजा अपडेट जारी किया।
- 18 September, 2025: श्रद्धालुओं की पहली टुकड़ी पहुँची, बैच-वाइज रजिस्ट्रेशन चालू।
- September 2025: कटरा आधार शिविर, ट्रैकिंग, होटल्स में यात्रियों की तेजी से वापसी।
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FAQ
- प्रश्न: यात्रा क्यों बंद हुई थी?
उत्तर: 26 अगस्त को भूस्खलन से 34 श्रद्धालु मारे गए और 20 से अधिक घायल—सुरक्षा के लिए यात्रा रोकनी पड़ी। - प्रश्न: अब यात्रा में क्या नए नियम हैं?
उत्तर: वैध पहचान पत्र, रेडियो ट्रैकिंग, मौसम का अनुकूल रहना जरूरी—यात्रियों को ऑफिशियल चैनल से ही अपडेट लेना। - प्रश्न: यात्रा दोबारा शुरू होने से किसे राहत?
उत्तर: श्रद्धालुओं, होटल/ट्रांसपोर्ट व्यवसाय, स्थानीय रोजगार व प्रसाद वितरण सभी को राहत। - प्रश्न: क्या फिर से बंद हो सकती है?
उत्तर: मौसम बिगड़ने या आपदा की संभावना दिखी तो यात्रा तत्काल फिर रोकी जा सकती है।
Official External Links
- श्राइन बोर्ड: https://www.maavaishnodevi.org/
- जम्मू-कश्मीर प्रशासन: https://jammu.nic.in/
- मौसम अपडेट्स: https://mausam.imd.gov.in/
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